raat kyu tu udaas hai
kush pal thehar fir subaah ki aas hai
रात क्यों तू उदास है
कुछ पल ठहर फिर सुबह की आस है
raat kyu tu udaas hai
kush pal thehar fir subaah ki aas hai
रात क्यों तू उदास है
कुछ पल ठहर फिर सुबह की आस है
हाथ थाम कर भी तेरा सहारा न मिला
में वो लहर हूँ जिसे किनारा न मिला
मिल गया मुझे जो कुछ भी चाहा मैंने
मिला नहीं तो सिर्फ साथ तुम्हारा न मिला
वैसे तो सितारों से भरा हुआ है आसमान मिला
मगर जो हम ढूंढ़ रहे थे वो सितारा न मिला
कुछ इस तरह से बदली पहर ज़िन्दगी की हमारी
फिर जिसको भी पुकारा वो दुबारा न मिला
एहसास तो हुआ उसे मगर देर बहुत हो गयी
उसने जब ढूँढा तो निशान भी हमारा न मिला🍂
Na mzak banaya kar zinde ni
Thoda taras taan khaya kar zinde ni..!!
Asi mar mukk jana ajj kal vich
Sanu bahuta na staya kar zinde ni..!!
ਨਾ ਮਜ਼ਾਕ ਬਣਾਇਆ ਕਰ ਜ਼ਿੰਦੇ ਨੀ
ਥੋੜਾ ਤਰਸ ਤਾਂ ਖਾਇਆ ਕਰ ਜ਼ਿੰਦੇ ਨੀ..!!
ਅਸੀਂ ਮਰ ਮੁੱਕ ਜਾਣਾ ਅੱਜ ਕੱਲ੍ਹ ਵਿੱਚ
ਸਾਨੂੰ ਬਹੁਤਾ ਨਾ ਸਤਾਇਆ ਕਰ ਜ਼ਿੰਦੇ ਨੀ..!!