Ek din main puchh baithi rabb nu, Kyun dushman banaya baitha hain pyaar da,
Rabb ne mainu jawab ditta,Tu vi taa rabb banayi baithi hain apne yaar nu.
Ek din main puchh baithi rabb nu, Kyun dushman banaya baitha hain pyaar da,
Rabb ne mainu jawab ditta,Tu vi taa rabb banayi baithi hain apne yaar nu.
राजनीति की दुनिया में खेल बहुत है,
कोई जीता है, कोई हारा है।
सत्ता की भूख और वाद-विवाद,
मन में जलती चिंगारी है।
राजनेताओं की रंगीन छलावा,
जनता को वहमों में बँधाता है।
कुछ वादे खाली और कुछ झूले धूले,
आम आदमी को खोखला बनाता है।
वाद-विवाद के आगे सच्चाई छिपती,
लोकतंत्र की मूल्यों पर भारी है।
शोर और तामझाम में खो गई है,
सम्मान, सद्भाव और आदर्शि है।
नीतिबद्धता और समर्पण की कमी,
राजनीति को कर रही है मिट्टी।
सच्ची सेवा की बजाए प्रतिष्ठा,
हौसले को तोड़ रही है मिट्टी।
चाहे जितना बदले युगों का सफ़र,
राजनीति का रंग हर बार वही।
प्रशासनिक शक्ति की लालसा में,
जनता भूल जाती है खुद को वही।
Kaise shukriya ada kru mein tera ki
Jbse tu aaya jindagi swarg ban gye
Nhi bachi ab koi khwaish Kyonki
Phle bhi tu or aakhri bhi tu jo ab puri ho gyi❤
कैसे शुक्रिया अदा करूँ मैं तेरा की
जबसे तू आया ज़िन्दगी स्वर्ग बन गई
नही बची अब कोई ख्वाहिश क्योंकि
पहले भी तू और आखरी भी तू जो अब पूरी हो गई❤