रख हौसला वो मंजर भी आएगा
प्यासे के पास चलकर समंदर भी आएगा
थक कर ना बैठ ए मंजिल के मुसाफिर
मंजिल भी मिलेगी मिलने का मजा भी आएगा
रख हौसला वो मंजर भी आएगा
प्यासे के पास चलकर समंदर भी आएगा
थक कर ना बैठ ए मंजिल के मुसाफिर
मंजिल भी मिलेगी मिलने का मजा भी आएगा
जिस दिन से “”expect”” करने की बजाए “”accept”” करना शुरू करदोगे जिंदगी अपने आप आसान हो जाएगी
Menu pta e ikk din esa auna e
Jis din mohobbat ne menu Tod Dena e..!!
Par karazdar rahange us din de
Kyunki tod menu onne Allah naal jod Dena e..!!
ਮੈਨੂੰ ਪਤਾ ਏ ਇੱਕ ਦਿਨ ਐਸਾ ਆਉਣਾ ਏ
ਜਿਸ ਦਿਨ ਮੋਹੁੱਬਤ ਨੇ ਮੈਨੂੰ ਤੋੜ ਦੇਣਾ ਏ..!!
ਪਰ ਕਰਜ਼ਦਾਰ ਰਹਾਂਗੇ ਉਸ ਦਿਨ ਦੇ
ਕਿਉਂਕਿ ਤੋੜ ਮੈਨੂੰ ਉਹਨੇ ਅੱਲਾਹ ਨਾਲ ਜੋੜ ਦੇਣਾ ਏ..!!