Har tanha raat mein ek naam yaad aata hai,
Kabhi subah kabhi shaam yaad aata hai,
Jab sochte hain kar lein dobara mohobbat,
Fir pehli mohobbat ka anzaam yaad aata hai..
हर तन्हा रात में एक नाम याद आता है,
कभी सुबह कभी शाम याद आता है,
जब सोचते हैं कर लें दोबारा मोहब्बत,
फिर पहली मोहब्बत का अंजाम याद आता है।
Gama da tamasha Na bnaya kar evein
Jinnu hnju farak nahi paunde ohnu lafz ki paunge..!!
ਗਮਾਂ ਦਾ ਤਮਾਸ਼ਾ ਨਾ ਬਣਾਇਆ ਕਰ ਐਵੇਂ
ਜਿਹਨੂੰ ਹੰਝੂ ਫ਼ਰਕ ਨਹੀਂ ਪਾਉਂਦੇ ਓਹਨੂੰ ਲਫ਼ਜ਼ ਕੀ ਪਾਉਣਗੇ..!!