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Abhimanyu Mishra

Yaadon ko nikar kar peene

तेरे ज़ख्म को सीने से लगाए, इस ज़माने में जीने की कोशिश कर रहें हैं।

  • तेरी यादें जो जहर बन गई हैं उसे दिल से निकलकर पीने की कोशिश कर रहें है

Abhimanyu Mishra