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AJAY Mahayach

Me mukammal hoke bhi adhoora || dard shayari

मैं मुकम्मल होके भी अधूरा ही रहा हु ,

तमाम आजमइशों के बाद भी अकेला ही रहा हु । 

मैं हर बार करता रहा जिसकी हसी की दुआ 

बदले मे इसके हर बार रोता रहा हूँ । 

हर बार बेवजह रूठता है कोई मुझसे 

लाख कोशिशों के बाद भी खुद को खोटा रहा हूँ ।

मेरी कोशीशे मिटा रही है तमाम जख्मो को मेरे ,

दूसरी तरफ जज़बातो की आड़ मे एनहे खुरेद रहा हूँ ।   

Tujhse baat karna

बेवक्त बेवजह तुझसे बात करना सुकून लाता है 

मेरे लड़खड़ाते अल्फ़ाज़ों मे एक जूनून लाता है 

मैं रूठ जाऊ  जमाने से कोई गीला नहीं 

फिर मासूमियत भरा तेरा हाल पूछना याद आता है ,

कभी बिखरू तो आके समेट लेना मुझे 

तुम जो रूठे मुझसे तो मुझे सीधा शमशान याद आता है । 

kismat ki ladhai || hindi shayari

न जाने कौन सी लड़ाई चल रही है किस्मत की मेरे साथ

की उसे मेरे साथ किसी का साथ रास नहीं आता

मे कितना भी साथ निभा लू किसी का  पर मेरे कोई साथ नहीं आता ,

कैसे पाउ हल इस मसले का

मेरा मुकदमा लड़ने मेरा वकील भी तो नहीं आता ।

zindagi tujhe jeene ki || zindagi shayari

जिंदगी तुझे  जीने की साझीश जारी है 

हर लम्हे मे दर्द है और दर्द से अपनी यारी है 

कुछ न देके भी भोत कुछ दिया है तूने 

एसिलिए तू कही न कही हमको प्यारी है  । 

नुकसान भरा नहीं पिछली बरबादी का 

फिर एक दफा तुझे  सवारने की तयारी है 

जिंदगी तुझे  ज़ीने की साझीश जारी है । 

हर दिन आके झँझोड़ जाती है तू 

जैसे सदियों से तेरी हमपे उधारी है 

तू साथ दे या न दे हमारा

लेकिन तुजे जीने की ज़िद्द दिल मे उतारी है 

जिंदगी तुझे  जीने की साझीश जारी है । 

वक्त का खामोशी से गुजारना ओर धडकनों का यूं शोर मचाना 

एह जिंदगी तू ही बता ये कैसी बेकरारी है 

लौट आए जो वो पुराने लोग 

तो पुछू  आखिरी कैसे उन्होने उन्होने जिंदगी गुजारी है 

जिंदगी तुझे  जीने की साझीश जारी है ।

उम्मीद है तू साथ चलेगी मेरे 

खवाबों से भरी हाथ मे मेरे पिटारी है 

पूरे हो या न हो ये किस्मत का खेल है 

पर जिंदगी तुझे जीने की जंग जारी है । 

                                                  ……….. अजय कुमार । 

Me maut ke huzoom me | hindi dard shayari

मैं मौत के हुजूम में पल रहा हूँ 

छाव मे ही सही पर काँटों पर चल रहा हूँ 

बस से बाहर जा रहा है हालातों का दौर 

जीने की ख़्वाहिश लिए पल पल मर रहा हूँ ….

जिंदगी इतने  सितम ढाह रही है 

और मैं एक मूठी चीनी लिए समुंदर मे फिर रहा हूँ ।

जो खो गया है क्या कभी वापिस आएगा

जो खो गया है क्या कभी वापिस आएगा

दिल भटक रहा है उसकी तैलाश मे , क्या वो मिला जाएगा

न सोचा था कभी साथ रहने की कसमे खा के

वो यू अकेला ही चला जाएगा

जो खो गया है क्या कभी वापिस आएगा ?

न सोचा ज़िंदगी को रंगीन कर , अचानक यू  बेरंग कर जाएगा

खवाब दिये थे जो उसने वो अधूरे ही छड़ जाएगा

जो खो गया है क्या कभी वापिस आएगा ?

….

Hazaar baar maaf kiya || shayari from heart sad

हजार बार माफ किया तुमने एक आखिरी दफा भी कर दो ना

दिल वीरान हो गया है तेरे जाने से एसे भर दो ना

 

तेरी खामोशिया पल-पल  मारेगी मुझे

अपना समझ ही फिर अपना कर दो ना

 

लाख बुरा हूँ चाहे मैं

पर हूँ तो तेरा समझो ना ….. एक आखिरी दफा माफ करो दो ना ।

 

 

तुझसे दूर जाऊ भी तो जाऊ कैसे टूजसे मेरी रूह जुड़ गयी है

तुझे नाराज करके मेरी रूह मेरे जिस्म से उड़ गयी  है ,

अपने गले लगा के कह दे की तू मेरी है

तुझे फिर देखने को मेरी आँख तरस गयी है ।

Meri berang duniyaa me kai rang || dua shayari

मेरी बेरंग दुनिया में फिए एक दफा तूने रंग भर दिये

अधूरे से वो प्यारे किस्से पूरे कर दिये ,

जिंदगी से मिले हर ज़ख़म को 

तूने अपनी हंसी से भर दिये ।

मेरी दुआओं का काफिला चलता रहे साथ तेरे ,

ऊपरवाला तेरी जिंदगी खुसियों से भर दे

तेरे साथ ही तो चल रहा अब वजूद मेरा

दुआ है तेरी उम्र मुझसे  भी  लंबी कर दे। 

AJAY Mahayach