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SONIKa Sindhu

बिखरे हुए है पन्नें मेरे खुद को किताबों की तरह सहेजना चाहती हु

हाल ए दिल byaa nahi hota

क्यू ये हालें दिल ब्या नहीं होता ,

होता भी है अगर तो ,

जहां होना होता है वहां नहीं होता,

Chhod kar purane kisse sab

छोड़ कर पुराने किस्से सब,

 चलो कोई नई बात करते है,

अधूरी रह गई थी कहानी जो ,

भूल कर उसे कोई नई शुरूवात करते है,

Socho tere baare me || hindi shayari तेरे बारे में

सोचू तेरे बारे में तो इतना मैं मुस्कुराऊ,

सामने जब तू आए तो कभी नजरों को रोकू,

तो कभी दिल को समझाऊं,

नादान है ये दिल ज़रा की मानता ही नहीं है,

सब कुछ जानने के भी बाद भी,

ये कुछ जानता हि नहीं है,

कभी खुद को संभालू तो कभी खुद को समझाऊं,

क्यों हर दिन और मैं तेरे जैसा होता जाउ,

ख्याल तेरा जब भी आए,

न जाने क्यों मैं फिर सो ना पाउं,

कभी खुद को रोकू तो कभी दिल को समझाऊं !

Nadan vo || hindi shayari || true line shayari

Samajhdaar tha vo pehle
Ishq ne nasamajh bna diya
Naam pucha tha me mene pehli mohobbat ka
Nadan ne na Jane kitno ka Gina diya🙃🫠

समझदार  था वो पहले,
इश्क ने नासमझ बनाया दिया,
नाम पूछा था मैंने उससे पहली मोहब्बत का,
नादान ने न जाने  कितनो का गिना दिया!🙃🫠

Badal raha hai || hindi sad shayari || sad but true

वो बदल रहा है, उसका यार बदल रहा है,
देखता हूं जितनी बार ,उतनी बार बदल रहा है,
माना  है कम समझ  मुझे दुनिया जमाने की,
तुम्हें तो है,
शायद तभी तुम्हारा हर बार विचार बदल रहा है,💯

Talash khud ki || hindi shYari

Har roj talashti hu khud ko
Hu shayad mein bhi yahi kahi
Milu gum shayad kisi khayal mein
Khojti hu khud ko khud hi ke swaal mein 🥀

हर रोज तलाशती हू खुद को ,
हू शायद मैं भी यहीं कहीं,
मिलु गुम शायद किसी ख्याल में,
खोजती हु खुद को खुदी के सवाल में,🥀

तुम अगर बोलो || hindi shayari || life shayari

मैं ख्वाबों से निकल कर हकीकत में आऊं,
तुम हाथ अगर बढ़ाओ तो मैं दिल से बात बढ़ाऊं,
अगर मगर काश में कब तक रहेंगे,
बात जो दिल में न जाने कब से अल्फाजों में उसे समझाउ,
माना बहुत अलग है किरदार हम दोनों के,
तुम अगर बोलो तो अलग अलग किरदार से खूबसूरत साहित्य अपना लिख ​​जाउ❤️

Tu zaroori || two line shayari || love shayari

ओजोन के जैसी तेरी जगह है मेरी जिंदगी में,
तू जरूरी तो है मगर दूर से।🥀

SONIKa Sindhu

बिखरे हुए है पन्नें मेरे खुद को किताबों की तरह सहेजना चाहती हु