dosti shayari
nayi dosti || hindi shayari || dosti pyar shayari
Karne gya bazar apni dosti ki khoj
dosti se naraz mile hume kuch dost
humne pucha dost banoge kya?
unhone haste hue kaha bewaqt bin wajah rukoge kya
aakhe ye kehkar nam ho gyi
bin bole humari dosti aarambh ho gyi🌼
करने गया बाज़ार अपनी दोस्त की खोज
दोस्ती से नाराज़ मिले हमें कुछ दोस्त
हमने पूछा दोस्त बनोगे क्या?
उन्होंने हँसते हुए कहा बेवक़्त बिन वजह रुकोगे क्या
आंखें यह कहकर नम हो गई
बिन बोले हमारी दोस्ती आरंभ हो गई🌼
dosti ki mehek || hindi shayari || dosti shayari
Dosti ki mehak ishq se kum nhi hoti ✌
Ishq par zindagi khatam nhi hoti 🙌
Saath ho zindagi mein agar ache dosto ka 🤗
Zindagi bhi kissi jannat se kum nhi hoti😍
दोस्ती की महक इश्क से कम नहीं होती ✌
इश्क पर ज़िन्दगी खत्म नहीं होती 🙌
साथ हो ज़िन्दगी में अगर अच्छे दोस्तों का 🤗
ज़िन्दगी भी किसी जन्न्त से कम नहीं होती 😍
DOSTI || hindi shayari
कोई खास नही,
पर है अपनो सा लगाव
नाम नही इस रिश्ता का,
मगर प्यार है बेहिसाब
खुशी छोटी ही क्यों न हो,
मगर जश्न का ना है हिसाब
गैरो के गम को भी अपना बनाकर
ये भी करते है विलाप
मुश्किल कितनी ही बड़ी क्यो न हो,
रहती हमेशा दिल में एक आश
कोई साथ हो या न हो
बस ये दोस्त ही है जो रहते है हमेशा साथ
ये दोस्त भी क्या लाज़वाब होते है,
और इनकी दोस्ती भी उतनी ही लाजवाब❤️