शुरु हुआ है सफर अभी, शायद कुछ समझ ना आएगा
फिर जी चाहेगा लौट चलो, पर तुझे तेरा सपना याद आएगा
जो एक बार तूने ठान लिया, तो ये हालात क्या कर पायेगा
अब करनी है मेहनत तुझको, जो चाहा वो मिल जायेगा
शुरु हुआ है सफर अभी, शायद कुछ समझ ना आएगा
फिर जी चाहेगा लौट चलो, पर तुझे तेरा सपना याद आएगा
जो एक बार तूने ठान लिया, तो ये हालात क्या कर पायेगा
अब करनी है मेहनत तुझको, जो चाहा वो मिल जायेगा
मेरी एक गली,उसकी गली से जुड़ी है
मेरे पाव नहीं मुड़े, यही सड़क मुड़ी है
मैं मुस्कुराकर,बोल पड़ा इन दोस्तों से
देखो मेरी ज़न्नत, खिड़की पर खड़ी है
उतने ऊपर, मेरा खुदा भी नहीं दोस्त
उनकी कलाई पे जितनी,चूड़ी चड़ी है
मेरे पूरे हुज़रे पर, साया करती है वो
शहर में उनकी बिल्डिंग इतनी बड़ी है
Hanju Dhulhde puchhan ki kasoor saadha
me muskuraa k keha
jawab taan ajhe dil nu v ni mileya
ਹੰਝੂ ਡੁੱਲਦੇ ਪੁੱਛਣ ਕੀ ਕਸੂਰ ਸਾਡਾ
ਮੈਂ ਮੁਸਕੁਰਾ ਕੇ ਕਿਹਾ
ਜਵਾਬ ਤਾਂ ਅਜੇ ਦਿਲ ਨੂੰ ਵੀ ਨੀ ਮਿਲਿਆ