You have to grow from the inside out. None can teach you, none can make you spiritual. There is no other teacher but your own soul…
You have to grow from the inside out. None can teach you, none can make you spiritual. There is no other teacher but your own soul…
कोई भी जहर को मीठा नहीं बताता है।
कल अपने आप को देखा था माँ की आँखों में
ये आईना हमे बूढ़ा नहीं बताता है।
ए अँधेरे देख ले मुँह तेरा काला हो गया
माँ ने आँखे खोल दी घर में उजाला हो गया।
किस तरह वो मेरे गुनाहो को धो देती है
माँ बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है।
बुलंदियों का बड़े से बड़ा नीसान छुआ
उठाया गोद में माँ ने तब आसमान छुआ।
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकां आयी
मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आयी।
Mainu dikh de hoye v
Dikhya na dhoka tera
Main karda reha yakeen
Tu jit di rahi bharosa mera
Tu samne hi mere
Pith piche vaar kita
Dikh geya tera asli chehra
Mithe tere lafza na nav
Maar dita nav mar dita