तेरे बाद में इश्क नही करता
तू आखरी थी अब मैं किसी पे नही मरता
बोहोत सुना जमाने को मगर
अब मैं लोगो की परवाह नही करता
Enjoy Every Movement of life!
तेरे बाद में इश्क नही करता
तू आखरी थी अब मैं किसी पे नही मरता
बोहोत सुना जमाने को मगर
अब मैं लोगो की परवाह नही करता
Kuch paane ki khwahish thi,
Ab sab kuch gwa kar baitha hun
Kaise nazrein milayu zamane se mein
Bas abhi abhi,
Mein apna ghar jala kar baitha hun…💔
कुछ पाने की ख़्वाहिश थी,
अब सब कुछ गंवा कर बैठा हूँ,
कैसे नज़रें मिलाऊ ज़माने से मैं,
बस अभी अभी,
मैं अपना घर जला कर बैठा हूँ…💔