Teri ibadat Jo kar layi
Khud nu rabb na samjh bethi,,,
Tu taan bas zariya e
Us khuda tak pahunchan da..!!
ਤੇਰੀ ਇਬਾਦਤ ਜੋ ਕਰ ਲਈ
ਖੁਦ ਨੂੰ ਰੱਬ ਨਾ ਸਮਝ ਬੈਠੀਂ,,,
ਤੂੰ ਤਾਂ ਬਸ ਜ਼ਰੀਆ ਏਂ
ਉਸ ਖੁਦਾ ਤੱਕ ਪਹੁੰਚਣ ਦਾ..!!
Teri ibadat Jo kar layi
Khud nu rabb na samjh bethi,,,
Tu taan bas zariya e
Us khuda tak pahunchan da..!!
ਤੇਰੀ ਇਬਾਦਤ ਜੋ ਕਰ ਲਈ
ਖੁਦ ਨੂੰ ਰੱਬ ਨਾ ਸਮਝ ਬੈਠੀਂ,,,
ਤੂੰ ਤਾਂ ਬਸ ਜ਼ਰੀਆ ਏਂ
ਉਸ ਖੁਦਾ ਤੱਕ ਪਹੁੰਚਣ ਦਾ..!!
कुछ हसीन रास्तों पर,
जब हाथ पकड़ कर हम निकले थे,
तुम करीब होकर भी गुज़र गए,
मानों तड़पकर दम निकले थे,
अब क्या जिंदगी से गुज़ारिश करूं,
यादों में उसकी मय थोड़ी बाक़ी है,
कोई जहां शायद ऐसा भी होगा,
जहां वो वक्त अब भी बाक़ी है...
चल कर देखेंगे वहां एक रोज़ हम भी,
वो वही जिंदगी है, या साक़ी है,
देख ले साक़ी ज़रा फिर से मयखाने में,
सब ख़त्म हो गई या शराब थोड़ी बाक़ी है...
उसे जाते हुये मैंने रोका बहोत था
ये दिल अपनी सफाई मे चीखा बहोत था ,
जिस शफ मे खड़े थे हम अपनी सच्चाई लेके
उसमे झूठ बिका बहोत था ।
मैं थक गया था अपनी सफाई देके
पर रकीब का फसाना भरी बहोत था ।
……….अजय महायच .