हो विष्णु तुम धरा के,
हल सुदर्शन तुम्हारा !!
बिना शेष-शैया के ही,
होता दर्शन तुम्हारा !!
पत्थर को पूजने वाले,
क्या समझेंगे मोल तेरा !!
माँ भारती के ज्येष्ठ सुत,
तुमको नमन हमारा !!!
तरुण चौधरी
हो विष्णु तुम धरा के,
हल सुदर्शन तुम्हारा !!
बिना शेष-शैया के ही,
होता दर्शन तुम्हारा !!
पत्थर को पूजने वाले,
क्या समझेंगे मोल तेरा !!
माँ भारती के ज्येष्ठ सुत,
तुमको नमन हमारा !!!
तरुण चौधरी
Dil mera ajh v panchhi ban
usdi khushbu vich udhna chahunda
yaadan ohdiyaan da aalna bna
sada lai vich lukna chahunda
ਦਿਲ ਮੇਰਾ ਅੱਜ ਵੀ ਪੰਛੀ ਬਣ
ਉਸਦੀ ਖੁਸ਼ਬੂ ਵਿੱਚ ਉਡਣਾ ਚਾਹੁੰਦਾ
ਯਾਦਾਂ ਉਹਦੀਆਂ ਦਾ ਆਲ੍ਹਣਾ ਬਣਾ
ਸਦਾ ਲਈ ਵਿੱਚ ਲੁਕਣਾ ਚਾਹੁੰਦਾ
Kali raate shikhar hanera
khamoshi da pehra e
teri yaad mere hanjhu
ina da rishta gehra hai
काली राते शिखर हनेरा
खामोशी दा पहरा ऐ
तेरी याद मेरे हंजू
इना दा रिश्ता गहरा ऐ