हो विष्णु तुम धरा के,
हल सुदर्शन तुम्हारा !!
बिना शेष-शैया के ही,
होता दर्शन तुम्हारा !!
पत्थर को पूजने वाले,
क्या समझेंगे मोल तेरा !!
माँ भारती के ज्येष्ठ सुत,
तुमको नमन हमारा !!!
तरुण चौधरी
हो विष्णु तुम धरा के,
हल सुदर्शन तुम्हारा !!
बिना शेष-शैया के ही,
होता दर्शन तुम्हारा !!
पत्थर को पूजने वाले,
क्या समझेंगे मोल तेरा !!
माँ भारती के ज्येष्ठ सुत,
तुमको नमन हमारा !!!
तरुण चौधरी
hun socheyaa kise te vishvaas nahi karange
bhula dena chahida hun audi udeek ch nahi maraange
bahut hoi hun ishq nibhaun di gallaa
kale asi hi das kado tak ishq di fikar karaange
ਹੁਣ ਸੋਚਿਆਂ ਕਿਸੇ ਤੇ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਨਹੀਂ ਕਰਾਂਗੇ
ਭੁਲਾ ਦੇਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੁਣ ਔਦੀ ੳਡੀਕ ਚ ਨਹੀਂ ਮਰਾਂਗੇ
ਬਹੁਤ ਹੋਈ ਹੁਣ ਇਸ਼ਕ ਨਿਭਾਉਣ ਦੀ ਗੱਲਾਂ
ਕਲੇ ਅਸੀਂ ਹੀ ਦਸ ਕਦੋ ਤਕ ਇਸ਼ਕ ਦੀ ਫ਼ਿਕਰ ਕਰਾਂਗੇ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷