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Uthe the hath jinke || hindi shayari

उठे थे हाथ जिनके,
उन्ही दुआओं का असर हूं,
चिराग़ सी हैं नज़रें मेरी
जैसे सुबह की पहली पहर हूं
धूल से ही तो नाता है मेरा
वहीं ठंडी हवाओं में बसर हूं
कलम से शायर कह दो
होंठों से कहर हूं,
ठहरा है दरिया जो किनारे में
वहीं बहता छोटा सा शहर हूं,
मानों तो प्यास मिले
ना मानों तो ज़हर हूं...

Title: Uthe the hath jinke || hindi shayari

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


मुठ्ठी भर ज़मीन में || Kisan shayari || farmer hindi shayari

मुठ्ठी भर ज़मीं में अपनी भुख़ बो रहा हूं,
मिट्टी तन पर लगी थी पर कमीज़ धों रहा हूं,
रो रहा हूं के बारिश की बूंदे बहुत कम थी, पर
कहूंगा नहीं भूखे पेट ना जाने कबसे सो रहा हूं...

Title: मुठ्ठी भर ज़मीन में || Kisan shayari || farmer hindi shayari


Two line hindi shayari collection || true LINEs

किसी का जगह कोई ले नहीं सकते।

इस ज़माने में भी महान होना चाहिए, जैसे पुराने ज़माने में थे।

इंसान मरने के बाद भगवान बन जाते।

जीवित दशा में कोई उसके प्रतिभा और योग्यता को पहचान नहीं पते।  

अच्छे घर की इंसान अब राजनीति नहीं करते।

जो हर क्षेत्र में बेकार है, वह सिर्फ नेता बनते।

यह मत पूछो क्यों नहीं मिला।

सिर्फ यह देखो क्या मिला।

जो ज्यादा पूछता है, वह मुर्ख नहीं, वह जानना चाहता है।

मुर्ख तो वह है, जो सब जानने का नाटक करता है।

जो सब समझ के बैठा है, वह गिरने बाला है।

जो कभी संतुष्ट नहीं होता, वह विजय का माला पहनना है।

औरत गुलाब जैसी।

सुगंधित पंखुड़ियां के अंदर छुपी हुई हत्यारा कांटे ऐसी।

सुंदरता एक भयंकर रूप।

जो जीता, वह राजा; जो आत्मसमर्पण किया, वह बेवकूफ़।

Title: Two line hindi shayari collection || true LINEs