Vasta rkhiye na ese lokan naal
Musibat vele Jo chhdd Jaye te naal na arhe
Vasta rkhiye ese ikko sache yaar naal
Jo Lod pen te hikk taan naal khrhe..!!
Vasta rkhiye na ese lokan naal
Musibat vele Jo chhdd Jaye te naal na arhe
Vasta rkhiye ese ikko sache yaar naal
Jo Lod pen te hikk taan naal khrhe..!!
Na tu zindagi ch aunda
Na dard hunde
Na hanjhuya da bhaar hunda
Na dil Ronda mera
Na tere naal pyar hunda..!!
ਨਾ ਤੂੰ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ‘ਚ ਆਉਂਦਾ
ਨਾ ਦਰਦ ਹੁੰਦੇ
ਨਾ ਹੰਝੂਆਂ ਦਾ ਭਾਰ ਹੁੰਦਾ
ਨਾ ਦਿਲ ਰੋਂਦਾ ਮੇਰਾ
ਨਾ ਤੇਰੇ ਨਾਲ ਪਿਆਰ ਹੁੰਦਾ..!!
उठे थे हाथ जिनके,
उन्ही दुआओं का असर हूं,
चिराग़ सी हैं नज़रें मेरी
जैसे सुबह की पहली पहर हूं
धूल से ही तो नाता है मेरा
वहीं ठंडी हवाओं में बसर हूं
कलम से शायर कह दो
होंठों से कहर हूं,
ठहरा है दरिया जो किनारे में
वहीं बहता छोटा सा शहर हूं,
मानों तो प्यास मिले
ना मानों तो ज़हर हूं...