Waqat sareyan nu milda aa
eh zindagi badln lai
par eh zindagi dubara nai milni
waqat badln lai
ਵਕਤ ਸਾਰਿਆਂ ਨੂੰ ਮਿਲਦਾ ਆ
ਇਹ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਬਦਲਣ ਲਈ
ਪਰ ਇਹ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਦੁਬਾਰਾ ਨਈ ਮਿਲਣੀ
ਵਕਤ ਬਦਲਣ ਲਈ
Waqat sareyan nu milda aa
eh zindagi badln lai
par eh zindagi dubara nai milni
waqat badln lai
ਵਕਤ ਸਾਰਿਆਂ ਨੂੰ ਮਿਲਦਾ ਆ
ਇਹ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਬਦਲਣ ਲਈ
ਪਰ ਇਹ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਦੁਬਾਰਾ ਨਈ ਮਿਲਣੀ
ਵਕਤ ਬਦਲਣ ਲਈ
थक गए हैं मंजिल को मंजिल करते करते,
रास्तों के सारे रास्ते भी बंद हैं...
आगे बढ़ाया है एक कदम डरते डरते,
कदमों से रास्ते भी तो तंग हैं...
मसलन आगे न रुक जाऊं चलते चलते,
सुना है रास्तों में बहुत तंज है...
चलो वापस घर चले सांस भरते भरते,
याद आया,
रास्तों के सारे रास्ते भी बंद है...
इस जीवन से जुड़ा एक सवाल है हमारा~
क्या हमें फिर से कभी मिलेगा ये दोबारा?
समंदर में तैरती कश्ती को मिल जाता है किनारा~
क्या हम भी पा सकेंगे अपनी लक्ष्य का किनारा?
जिस तरह पत्तों का शाखा है जीवन भर का सहारा~
क्या उसी तरह मेरा भी होगा इस जहां में कोई प्यारा?
हम एक छोटी सी उदासी से पा लेते हैं डर का अंधियारा~
गरीब कैसे सैकड़ों गालियां खा कर भी कर लेतें है गुजारा ?
जिस तरह आसमान मे रह जाते सूरज और चांद-तारा ~
क्या उस तरह रह पाएगा हमारी दोस्ती का सहारा ?
जैसे हमेशा चलती रहती है नदियों का धारा~
क्या हम भी चल सकेंगे अपनी राह की धारा ?