Dil nu samjhaun vich nakaam hoye haan
Teriyan yaadan de sajjna gulam hoye haan..!!
ਦਿਲ ਨੂੰ ਸਮਝਾਉਣ ਵਿੱਚ ਨਾਕਾਮ ਹੋਏ ਹਾਂ
ਤੇਰੀਆਂ ਯਾਦਾਂ ਦੇ ਸੱਜਣਾ ਗੁਲਾਮ ਹੋਏ ਹਾਂ..!!
Dil nu samjhaun vich nakaam hoye haan
Teriyan yaadan de sajjna gulam hoye haan..!!
ਦਿਲ ਨੂੰ ਸਮਝਾਉਣ ਵਿੱਚ ਨਾਕਾਮ ਹੋਏ ਹਾਂ
ਤੇਰੀਆਂ ਯਾਦਾਂ ਦੇ ਸੱਜਣਾ ਗੁਲਾਮ ਹੋਏ ਹਾਂ..!!
बादशाह अकबर की यह आदत थी कि वह अपने दरबारियों से तरह-तरह के प्रश्न किया करते थे। एक दिन बादशाह ने दरबारियों से प्रश्न किया, “अगर सबकी दाढी में आग लग जाए, जिसमें मैं भी शामिल हूं तो पहले आप किसकी दाढी की आग बुझायेंगे?”
“हुजूर की दाढी की” सभी सभासद एक साथ बोल पड़े।
मगर बीरबल ने कहा – “हुजूर, सबसे पहले मैं अपनी दाढी की आग बुझाऊंगा, फिर किसी और की दाढी की ओर देखूंगा।”
बीरबल के उत्तर से बादशाह बहुत खुश हुए और बोले- “मुझे खुश करने के उद्देश्य से आप सब लोग झूठ बोल रहे थे। सच बात तो यह है कि हर आदमी पहले अपने बारे में सोचता है।”
Ek roj tera khat fir nikal padhunga mein
Ek roj fir teri ishq yaad se marunga mein
Voh jo shakhs jom mein tha aaj tkk nhi aaya
Esi vba shod gya ishq ki ke ab na kisi se ishq krunga mein🙌
एक रोज तेरा ख़त फिर निकाल पढूंगा मैं
एक रोज फिर तेरी इश्क याद से मरूंगा मैं
वोह जो शख्स जोम में था आज तक नहीं आया
ऐसी वबा छोड गया इश्क की कि अब ना किसी से इश्क करूंगा मैं🙌