तलाश लो ये जिस्म मगर, रूह तक कैसे जाओगे,
छान लो शहर सारा मगर, दर तक कैसे जाओगे,
आओगे जब वापस तो, नज़रें झुकी होगी तुम्हारी
तड़पेगा वो जिस्म ओर तुम, गुनहगार बन जाओगे...
Enjoy Every Movement of life!
तलाश लो ये जिस्म मगर, रूह तक कैसे जाओगे,
छान लो शहर सारा मगर, दर तक कैसे जाओगे,
आओगे जब वापस तो, नज़रें झुकी होगी तुम्हारी
तड़पेगा वो जिस्म ओर तुम, गुनहगार बन जाओगे...
Tohr di lodh nahi saanu
saadgi bahut jachdi aa
saanu kehn di lodh nahi paindi
duniyaa vaise hi badha machdi aa
ਟੋਰ ਦੀ ਲੋੜ ਨਹੀਂ ਸਾਨੂੰ
ਸਾਦਗੀ ਬਹੁਤ ਜੱਚਦੀ ਆ
ਸਾਨੂੰ ਕਹਿਣ ਦੀ ਲੋੜ ਨਹੀਂ ਪੈਦੀ
ਦੁਨੀਆਂ ਵੈਸੇ ਹੀ ਬੜਾ ਮੱਚਦੀ ਆ
