मुठ्ठी भर ज़मीं में अपनी भुख़ बो रहा हूं,
मिट्टी तन पर लगी थी पर कमीज़ धों रहा हूं,
रो रहा हूं के बारिश की बूंदे बहुत कम थी, पर
कहूंगा नहीं भूखे पेट ना जाने कबसे सो रहा हूं...
Enjoy Every Movement of life!
मुठ्ठी भर ज़मीं में अपनी भुख़ बो रहा हूं,
मिट्टी तन पर लगी थी पर कमीज़ धों रहा हूं,
रो रहा हूं के बारिश की बूंदे बहुत कम थी, पर
कहूंगा नहीं भूखे पेट ना जाने कबसे सो रहा हूं...
ਓਹ ਸਮਝੀਆਂ ਨੀ ਕਿਨਾਂ ਚਿਰ ਤੋਂ
ਇੰਤਜ਼ਾਰ ਕਰ ਰਹੇ ਸੀ ਓਹਦਾ
ਮੇਰੀ ਮੰਜ਼ਿਲ ਓਹ ਤੇ
ਕੋਈ ਹੋਰ ਸੀ ਪਿਆਰ ਓਹਦਾ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
Sister love is beautifully made by God even the fight between us make closer to each other…👩❤️👩💝