सारा शहर लिख दिया इक काग़ज़ में,
जिसे भी पढ़ता गया उसे मिटाता गया,
अक्स मिला भी तो खाली पैमानें में, बस
खुदको पढ़ता गया खुदको पिलाता गया....
Enjoy Every Movement of life!
सारा शहर लिख दिया इक काग़ज़ में,
जिसे भी पढ़ता गया उसे मिटाता गया,
अक्स मिला भी तो खाली पैमानें में, बस
खुदको पढ़ता गया खुदको पिलाता गया....
जब लोग आपसे खफा होने लग जाएं,
तो आप समझ लेना की
आप सही राह पर हैं.
उस जगह पे हमेशा खामोश रहना,
जहाँ दो कौड़ी के लोग अपनी
हैसियत के गुण गाते हैं.
क्रोध के समय थोड़ा रुक जाएं,
और गलती के समय थोड़ा झुक जाएं,
तो दुनिया की सब समस्याएं हल हो जाएगी.