मुठ्ठी भर ज़मीं में अपनी भुख़ बो रहा हूं,
मिट्टी तन पर लगी थी पर कमीज़ धों रहा हूं,
रो रहा हूं के बारिश की बूंदे बहुत कम थी, पर
कहूंगा नहीं भूखे पेट ना जाने कबसे सो रहा हूं...
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मुठ्ठी भर ज़मीं में अपनी भुख़ बो रहा हूं,
मिट्टी तन पर लगी थी पर कमीज़ धों रहा हूं,
रो रहा हूं के बारिश की बूंदे बहुत कम थी, पर
कहूंगा नहीं भूखे पेट ना जाने कबसे सो रहा हूं...
Jenu kita pyar💔o pyar na riha,
Jeda juth v mnay sach
Hun Attbaar na riha.
K Hun ta khud nu kudh te , wishwash na reha,😞
Hun G K V ke karna janay marea
Hun jindgi jeoun da v cha na reha…
Mana ke mohabbat buri bhi nahi hai
lekin maa baap se zyada zaruri bhi nahi hai😇✌
माना के मोहोब्बत बुरी भी नहीं है
लेकिन माँ बाप से ज्यादा जरूरी भी नहीं है😇✌