रोक ले जो हौसले मेरे, मेरी कोशिशें इतनी कम नहीं है, छोड़ दूं अपनी मंज़िल डर से तेरे, ए हवा तुझमें अभी इतना दम नहीं है, टकरा ले मुझसे गर हिम्मत है तो, मैं औरों सा नहीं, किसी से कम नहीं...
रोक ले जो हौसले मेरे, मेरी कोशिशें इतनी कम नहीं है, छोड़ दूं अपनी मंज़िल डर से तेरे, ए हवा तुझमें अभी इतना दम नहीं है, टकरा ले मुझसे गर हिम्मत है तो, मैं औरों सा नहीं, किसी से कम नहीं...
Tu rabb mila jo menu kita mere te
Kive mull chukawan us karaz da..!!
Tere rang ch rangi rooh nu Jo lagga
Koi labhde ilaz us maraz da..!!
ਤੂੰ ਰੱਬ ਮਿਲਾ ਜੋ ਮੈਨੂੰ ਕੀਤਾ ਮੇਰੇ ‘ਤੇ
ਕਿਵੇਂ ਮੁੱਲ ਚੁਕਾਵਾਂ ਉਸ ਕਰਜ਼ ਦਾ..!!
ਤੇਰੇ ਰੰਗ ‘ਚ ਰੰਗੀ ਰੂਹ ਨੂੰ ਜੋ ਲੱਗਾ
ਕੋਈ ਲੱਭਦੇ ਇਲਾਜ ਉਸ ਮਰਜ਼ ਦਾ..!!
दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के
वो जा रहा है कोई शब-ए-ग़म गुज़ार के
वीराँ है मैकदा ख़ुम-ओ-साग़र उदास है
तुम क्या गये के रूठ गये दिन बहार के
इक फ़ुर्सत-ए-गुनाह मिली वो भी चार दिन
देखे हैं हमने हौसले परवर-दिगार के
दुनिया ने तेरी याद से बेगाना कर दिया
तुझ से भी दिल फ़रेब हैं ग़म रोज़गार के
भूले से मुस्कुरा तो दिये थे वो आज ‘फ़ैज़’
मत पूछ वलवले दिलए-ना-कर्दाकार के