आज दीदार ना हुआ उनका एक बार भी, नाराज से लगते हैं..
सुनाई देती है जैसे ही दस्तक कोई, बार- बार दरवाजे पे भगते हैं..
हर बार कोई और होता है, ख्वाब टूट जाता है, नींद से जगते हैं..
अरे कोई तो खबर करदो उन्हें, इंतजार में हैं, वो अपने से लगते हैं..❤️
आज दीदार ना हुआ उनका एक बार भी, नाराज से लगते हैं..
सुनाई देती है जैसे ही दस्तक कोई, बार- बार दरवाजे पे भगते हैं..
हर बार कोई और होता है, ख्वाब टूट जाता है, नींद से जगते हैं..
अरे कोई तो खबर करदो उन्हें, इंतजार में हैं, वो अपने से लगते हैं..❤️
Chale ja rahe hain besudh se hokar is zmane mein
Shehad ki mithas dhund rahe the hum kadve paimane mein
Chote the na samjhe zindagi ka khel, adhi umar guzar gayi anjane mein
Ab baki ki umar tamam ho rahi hai, bas noto ko kmane mein..🙌
चले जा रहे हैं हम बेसुध से होकर, इस जमाने में..
शहद की मिठास ढूंढ़ रहे थे हम, कडवे पैमाने में..
छोटे थे ना समझे जिंदगी का खेल, आधी उम्र गुजर गई अंजाने में..
अब बाकी की उम्र तमाम हो रही है, बस नोटों को कमाने में..🙌