मुठ्ठी भर ज़मीं में अपनी भुख़ बो रहा हूं,
मिट्टी तन पर लगी थी पर कमीज़ धों रहा हूं,
रो रहा हूं के बारिश की बूंदे बहुत कम थी, पर
कहूंगा नहीं भूखे पेट ना जाने कबसे सो रहा हूं...
Enjoy Every Movement of life!
मुठ्ठी भर ज़मीं में अपनी भुख़ बो रहा हूं,
मिट्टी तन पर लगी थी पर कमीज़ धों रहा हूं,
रो रहा हूं के बारिश की बूंदे बहुत कम थी, पर
कहूंगा नहीं भूखे पेट ना जाने कबसे सो रहा हूं...

Fark na pya ohna nu
Te sade nain c ro gye😞..!!
Taangh ch jinna di raat langhayi
Befikre ho oh so gye😪..!!
ਫਰਕ ਨਾ ਪਿਆ ਕੁਝ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ
ਤੇ ਸਾਡੇ ਨੈਣ ਸੀ ਰੋ ਗਏ😞..!!
ਤਾਂਘ ‘ਚ ਜਿੰਨਾਂ ਦੀ ਰਾਤ ਲੰਘਾਈ
ਬੇਫਿਕਰੇ ਹੋ ਉਹ ਸੌਂ ਗਏ😪..!!