Thokar sahi, chaahe jaan nikle raahi me, bas
manzil wo ho jo garoor bankar saath chale
ठोकर सही, चाहे जान निकले राहों में, बस,
मंज़िल वो हो जो गुरूर बनकर साथ चले...
Thokar sahi, chaahe jaan nikle raahi me, bas
manzil wo ho jo garoor bankar saath chale
ठोकर सही, चाहे जान निकले राहों में, बस,
मंज़िल वो हो जो गुरूर बनकर साथ चले...
Kachi neev ghar ishq di te
karn chaleyaa si bathera me
jado barseyaa meeh ambraa to judai da
sareer rooh rishte zimevaariyaa nu ho majboor chhad chaleyaa me
ਕੱਚੀ ਨੀਵ ਘਰ ਇਸ਼ਕ ਦੀ ਤੇ
ਕਰਨ ਚਲਿਆਂ ਸੀ ਬਸੇਰਾ ਮੈਂ
ਜਦੋਂ ਬਰਸੀਆਂ ਮੀਂਹ ਅੰਬਰਾਂ ਤੋਂ ਜੁਦਾਈ ਦਾ
ਸ਼ਰੀਰ ਰੂਹ ਰਿਸ਼ਤੇ ਜ਼ਿਮੇਵਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਹੋ ਮਜਬੂਰ ਛੱਡ ਚਲਿਆ ਮੈਂ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
गिरा तो फ़िर कभी,उठा ना मिला
बंदों का हुज़ूम था,खुदा ना मिला
ज़िस्म ना मिले,तो क्या हुआ यार
वो दिल से कभी, जुदा ना मिला
परिंदों के जैसा था, इश्क़ उसका
कोई वादा, कोई वास्ता ना मिला
ऐसे हुआ दिल पर,कब्ज़ा उसका
धड़कनों को भी, रास्ता ना मिला
उसके शाहपरस्त भी हैं,बादशाह
कोई भी पत्थर,तरास्ता ना मिला🍂