Skip to content

Roop tha uska bahut || hindi poem

रूप था उसका बहुत विशाल, राक्षस था वो बहुत भारी..
नाम था दशानन उसका, बुद्धि न जिसकी किसी से हारी..
हर कोई डरता था उससे, हो देव, दैत्य, चाहे नर-नारी..
प्रकोप था जिसका लोकों में, धरती कांपती थी सारी..
देखके ताकत को उसकी, भागे खड़े पैर बड़े बाल-धारी..
विशाल साम्राज्य पर उसके, भारी पड़ गई बस एक नारी..
घमंड को उसके चूर कर दिया, कहा समझ ना तू निर्बल नारी..
विधवंश का तेरे समय आ गया, ले आ गयी देख तेरी बारी..
लंका में बचेगा ना जीव कोई, मति जो गई तेरी मारी..
आराध्य से मेरे दूर कर दिया, भुगतेगी तेरी पीढी सारी..
रघुनंदन आए कर सागर पार, आए संग वानर गदा धारी..
एक-एक कर सबको मोक्ष दिया, सियाराम चरण लागी दुनिया सारी..

Title: Roop tha uska bahut || hindi poem

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Khawaab jo dekhe the kal || hindi shayari

जिन रास्तों पे सुरु ये सफर हुआ था,
आज उन्हीपे वापिस लौट रहा हूँ।

ख्वाब जो देखे थे कल,
आज उन्हें पाके लौट रहा हूँ।

कामयाबियों के राह पे जो छुटा था,
उन्हें आज समेट ते हुए लौट रहा हूँ।

Title: Khawaab jo dekhe the kal || hindi shayari


Mera sabar tu bakdr || hindi shayari

Tuna mera chanchal mann dakha hai
Kabhi mera sabar v dakh
Tuna muja jinnda dakha hai
Mera yr zinda logo ki kabhi kabar v dakh
Tera jana ka baad kuj bacha e nahi 💔
Ho saka to Mudd👣 kr ek👁️ nazar to dakh
Chal mana tera pass time nhi a
Is pgl ❤️dil ko teri kitni hai kadar to dakh

Title: Mera sabar tu bakdr || hindi shayari