ginatee mein zara kamazor hoon,
jakhm behisaab na diya karo.…
गिनती में ज़रा कमज़ोर हूं,
जख्म बेहिसाब ना दिया करो.…
Well done is better than well said
ginatee mein zara kamazor hoon,
jakhm behisaab na diya karo.…
गिनती में ज़रा कमज़ोर हूं,
जख्म बेहिसाब ना दिया करो.…
तुझे दिल ने इस कदर चाहा है कि,
अब तो सांस भी तेरे नाम से चल रही हैं,
ये नज़रे तेरे दीदार से खुल रही हैं,
तेरे हाथों की नर्मी से मेरे चेहरे पर खुशी दमक रही है,
तेरी बातों से मेरे लब खिल रहे हैं,
मेरा मुझ में कुछ बचा ही नहीं,
अब तो मेरी जिंदगी तेरी जिंदगी से चल रही है।।