ਅੱਜ ਚੰਨ ਵੀ ਇਕੱਲਾ, ਤਾਰਿਆਂ ਦੀ ਬਰਾਤ ਵਿੱਚ
ਪਰ ਦਰਦ ਚੰਨ ਦਾ ਇਹ ਚੰਦਰੀ ਰਾਤ ਨਾ ਸਮਝੇ
aajh chan v ekala, tariyaan di baraat vich
par dard chan da eh chandri raat na samjhe
ਅੱਜ ਚੰਨ ਵੀ ਇਕੱਲਾ, ਤਾਰਿਆਂ ਦੀ ਬਰਾਤ ਵਿੱਚ
ਪਰ ਦਰਦ ਚੰਨ ਦਾ ਇਹ ਚੰਦਰੀ ਰਾਤ ਨਾ ਸਮਝੇ
aajh chan v ekala, tariyaan di baraat vich
par dard chan da eh chandri raat na samjhe
बिखरे हुए हैं शब्द मेरे, जैसे एक टूटा हुआ साज हूँ,
नि:शब्द हूँ मैं जैसे एक दबी आवाज़ हूँ ,
लिख रहा हूँ मैं अपना दर्द स्याही में,
जैसे कोई अनकही बात हूँ ,
लोगों ने करी है मेरी तारीफ़ें, जैसे मै उनके सर का ताज हूँ ,
नज़रें थी तेज मेरी इस कदर, जैसे मै बाज़ हूँ ,
बीता वो कल जिसमें मिले धोखे मुझे, आज बीता कल भी तरस खाता है मुझपे, जो मैं आज हूँ,
शांत हूँ मैं इन चालाकों के झुंड में, क्यूँकि मैं आने वाले तूफ़ान का आग़ाज़ हूँ ,
जो थे मेरे साथ जब अकेला था मैं, मैं आने वाले कल में भी उनके साथ हूँ ,
और जो सोचते थे कि गिरूँगा मैं लड़खड़ाते हुए ज़िंदगी में, उनके लिए एक बुरा ख़्वाब हूँ ,
सपनो को अपने मैं लेकर उडूँगा एक दिन,
जैसे हवा को चीरता हुआ जहाज़ हूँ ,
पर फ़िलहाल बिखरा हुआ शब्द हूँ, एक टूटा हुआ साज हूँ ।।
Bhull aapa dujeyan nu gal laya
Jo sikdeyan nu asi shawan dittiyan.!!
Fer khud ton hi asi bewafa ho gaye
Te khud nu hi asi ne szawan dittiyan💔..!!
ਭੁੱਲ ਆਪਾ ਦੂਜਿਆਂ ਨੂੰ ਗਲ ਲਾਇਆ
ਜੋ ਸਿਕਦਿਆਂ ਨੂੰ ਅਸੀਂ ਛਾਵਾਂ ਦਿੱਤੀਆਂ..!!
ਫਿਰ ਖੁਦ ਤੋਂ ਹੀ ਅਸੀਂ ਬੇਵਫ਼ਾ ਹੋ ਗਏ
ਤੇ ਖੁਦ ਨੂੰ ਹੀ ਅਸੀਂ ਨੇ ਸਜ਼ਾਵਾਂ ਦਿੱਤੀਆਂ💔..!!