Har baat ko byan karne ke liye lafaz zaroori to nahi
Kuch baton ko ankhein bhi khub byan karti hain..!!
हर बात को बयान करने के लिए लफ्ज़ ज़रूरी तो नहीं
कुछ बातों को आँखें भी खूब बयान करती हैं..!!
Har baat ko byan karne ke liye lafaz zaroori to nahi
Kuch baton ko ankhein bhi khub byan karti hain..!!
हर बात को बयान करने के लिए लफ्ज़ ज़रूरी तो नहीं
कुछ बातों को आँखें भी खूब बयान करती हैं..!!
हजार बार माफ किया तुमने एक आखिरी दफा भी कर दो ना
दिल वीरान हो गया है तेरे जाने से एसे भर दो ना
तेरी खामोशिया पल-पल मारेगी मुझे
अपना समझ ही फिर अपना कर दो ना
लाख बुरा हूँ चाहे मैं
पर हूँ तो तेरा समझो ना ….. एक आखिरी दफा माफ करो दो ना ।
तुझसे दूर जाऊ भी तो जाऊ कैसे टूजसे मेरी रूह जुड़ गयी है
तुझे नाराज करके मेरी रूह मेरे जिस्म से उड़ गयी है ,
अपने गले लगा के कह दे की तू मेरी है
तुझे फिर देखने को मेरी आँख तरस गयी है ।