
me tera hath fadhlaa
na kujh bole tu, na kujh bola me
akhaa teriyaa ton, bin bole pyaar padhlaa

माना तुम्हे हर बार देखता हूं,
हर बार पहली बार देखता हूं,
देखता हूं तुम्हे जब जुल्फें संवरती हो तुम,
उन जुल्फों को आइना बनके हर बार देखता हूं,
आंखो में रातें और सुर्खी में ग़ुलाब जैसे,
मेरे हाथ खाली जाम तुम्हारे होंठो में शराब जैसे,
जैसे हर बार तुम्हारा वो ख़्वाब देखता हूं,
तुम्हारे हाथों में मेरा दिया वो ग़ुलाब देखता हूं,
वक्त हो तो आना कभी इक हसरत बाकी है,
तुम्हे हर बार की तरह पहली बार देखना बाकी है...
Bhut rishtedaar hai mere mohalle walo ke lekin
Tere kadmo ki aahat sirf meri kabr par rukti hai…💯
बहुत रिश्तेदार हैं मेरे मोहल्ले वालों के, लेकिन,
तेरे कदमों की आहट सिर्फ मेरी कब्र पर रुकती है…💯