
ab to dard bhi nahi mere alfaazo me
tu taaro se poochti hai haal mera
arey woh bhi ro padtey hai mere halaato pe
क्यों किया तुमने ऐसा,
क्या बिगाड़ा था मैने तुम्हारा
थोड़ा प्यार किया था,कुछ दिल लगाया था
तुमने तो इतनी बड़ी सजा दे दी
के
मुझे किसी से दिल लगाने लायक ही नहीं छोड़ा
अरे छोड़ते भी तो क्या, अब तो सीने में दिल ही नहीं रहा
तुझे रब का वास्ता, तुझे तेरे सबसे अजीज का वास्ता
ये जान भी ले ले
ये जिस्म थक चुका है इस मरी हुई रुह का बोझ उठाते उठाते
kade saanu v sikha de
bhul jaan da hunar
hun mere ton raata nu uth uth ke royeaa nahi janda
ਕਦੇ ਸਾਨੂੰ ਵੀ ਸਿਖਾ ਦੇ,
ਭੁੱਲ ਜਾਣ ਦਾ ਹੁਨਰ,
ਹੁਣ ਮੇਰੇ ਤੋਂ ਰਾਤਾਂ ਨੂੰ ਉੱਠ ਉੱਠ ਕੇ ਰੋਇਆ ਨਹੀਂ ਜਾਂਦਾ