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Bhut shor si usdi chuppi vich || punjabi ghaint shayari

Bahut shor si usdi chuppi vich…
Bahut Rola si usdia akhan di udassi vich…
Tufani khauf si usde khamosh bulla ty…
Fer menu kujh kive nhi sun da?

ਬਹੁਤ ਸ਼ੋਰ ਸੀ ਉਸਦੀ ਚੁੱਪੀ ਵਿਚ
ਬਹੁਤ ਰੌਲ਼ਾ ਸੀ ਉਸਦੀਆਂ ਅੱਖਾਂ ਦੀ ਉਦਾਸੀ ਵਿਚ
ਤੂਫ਼ਾਨੀ ਖ਼ੌਫ਼ ਸੀ ਉਸਦੇ ਖ਼ਾਮੋਸ਼ ਬੁੱਲ੍ਹਾਂ ਤੇ
ਫਿਰ ਮੈਨੂੰ ਕੁਝ ਕਿਵੇਂ ਨਹੀਂ ਸੁਣਦਾ?

Title: Bhut shor si usdi chuppi vich || punjabi ghaint shayari

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


कुछ सवाल || man ki baat || hindi shayari

इस जीवन से जुड़ा एक सवाल है हमारा~
क्या हमें फिर से कभी मिलेगा ये दोबारा?
समंदर में तैरती कश्ती को मिल जाता है किनारा~
क्या हम भी पा सकेंगे अपनी लक्ष्य का किनारा?
जिस तरह पत्तों का शाखा है जीवन भर का सहारा~
क्या उसी तरह मेरा भी होगा इस जहां में कोई प्यारा?
हम एक छोटी सी उदासी से पा लेते हैं डर का अंधियारा~
गरीब कैसे सैकड़ों गालियां खा कर भी कर लेतें है गुजारा ?
जिस तरह आसमान मे रह जाते सूरज और चांद-तारा ~
क्या उस तरह रह पाएगा हमारी दोस्ती का सहारा ?
जैसे हमेशा चलती रहती है नदियों का धारा~
क्या हम भी चल सकेंगे अपनी राह की धारा ?

Title: कुछ सवाल || man ki baat || hindi shayari


Gira toh fir bhi || hindi shayari and kavita

गिरा तो फ़िर कभी,उठा ना मिला

बंदों का हुज़ूम था,खुदा ना मिला

ज़िस्म ना मिले,तो क्या हुआ यार

वो दिल से कभी, जुदा ना मिला

परिंदों के जैसा था, इश्क़ उसका

कोई वादा, कोई वास्ता ना मिला

ऐसे हुआ दिल पर,कब्ज़ा उसका

धड़कनों को भी, रास्ता ना मिला

उसके शाहपरस्त भी हैं,बादशाह

कोई भी पत्थर,तरास्ता ना मिला

Title: Gira toh fir bhi || hindi shayari and kavita