Hamari to mehfooz jehi baat hai
ham dilwaalo se dil milaate hai
hamaare aage matlab logo kiyaa aukaat hai
ਹਮਾਰੀ ਤੋਂ #ਮਹਿਫੂਜ਼ ਜਹੀ_____ #ਬਾਤ ਹੈ
ਹਮ #ਦਿਲਵਾਲੋਂ ਸੇ ਦਿਲ ਮਿਲਾਤੇ ਹੈ।।।
ਹਮਾਰੇ ਆਗੇ #ਮਤਲਬ ਲੋਗੋਂ ਕੀ ___ਕਿਆ #ਔਕਾਤ ਹੈ
#𝒢𝓊𝓇𝓊 𝑒𝓃𝒹𝓁𝑒𝓈𝓈 🦅
Hamari to mehfooz jehi baat hai
ham dilwaalo se dil milaate hai
hamaare aage matlab logo kiyaa aukaat hai
ਹਮਾਰੀ ਤੋਂ #ਮਹਿਫੂਜ਼ ਜਹੀ_____ #ਬਾਤ ਹੈ
ਹਮ #ਦਿਲਵਾਲੋਂ ਸੇ ਦਿਲ ਮਿਲਾਤੇ ਹੈ।।।
ਹਮਾਰੇ ਆਗੇ #ਮਤਲਬ ਲੋਗੋਂ ਕੀ ___ਕਿਆ #ਔਕਾਤ ਹੈ
#𝒢𝓊𝓇𝓊 𝑒𝓃𝒹𝓁𝑒𝓈𝓈 🦅
काश,जिंदगी सचमुच किताब होती
पढ़ सकता मैं कि आगे क्या होगा?
क्या पाऊँगा मैं और क्या दिल खोयेगा?
कब थोड़ी खुशी मिलेगी, कब दिल रोयेगा?
काश जिदंगी सचमुच किताब होती,
फाड़ सकता मैं उन लम्हों को
जिन्होने मुझे रुलाया है..
जोड़ता कुछ पन्ने जिनकी यादों ने मुझे हँसाया है…
खोया और कितना पाया है?
हिसाब तो लगा पाता कितना
काश जिदंगी सचमुच किताब होती,
वक्त से आँखें चुराकर पीछे चला जाता..
टूटे सपनों को फिर से अरमानों से सजाता
कुछ पल के लिये मैं भी मुस्कुराता,
काश, जिदंगी सचमुच किताब होती।
❣️”चलो भी जान तुम्हे घर छोड़ दूं”❣️
समझ नही आता,किस पर लिखूं,किस पर छोड़ दूं
अब क्या करूं इन बातों का,इन्हे यही पर छोड़ दूं
तुमने गली छोड़ी, मुझे छोड़ा,सब तो छोड़ दिया
मैं कैसे ये आसमान,मकान,अपना शहर छोड़ दूं
मेरे पीछे मत आओ मेरा सफर काफी दूर तक है,
चलो भी जान,इश्क नही आसान,तुम्हे घर छोड़ दूं
तुम्हारी यांदो को तो आना जाना है जिंदगी भर
फिर एक तुम्हे याद करना भी है,बेहतर छोड़ दूं
मैं टूटकर खुद,राह बन गईं हूं,राहगीरों के लिए
और तुम कहते हो जिंदगी का ये सफर छोड़ दूं
जहर काफी है दर्द में,मसला इश्क है मेरे जान
और तुम क्यों कहते हो,मैं इश्क का जहर छोड़ दूं
तुम लौट आए,तो क्यों आए हो अब बताना जरा
तुमने क्या कहा मैं ये शायरी और गजल छोड़ दूं
तुमने गली छोड़ी,सफर छोड़े,घर बदल लिए
अब क्यों चाहते हो तुम,मैं मेरा शहर छोड़ दूं
“हर्ष” क्या करूं इन बातों का,इन्हे यही पर छोड़ दूं
अब चलो भी जान,कहना लो मान,तुम्हे घर छोड़ दूं