ginatee mein zara kamazor hoon,
jakhm behisaab na diya karo.…
गिनती में ज़रा कमज़ोर हूं,
जख्म बेहिसाब ना दिया करो.…
ginatee mein zara kamazor hoon,
jakhm behisaab na diya karo.…
गिनती में ज़रा कमज़ोर हूं,
जख्म बेहिसाब ना दिया करो.…
बनकर अजनबी मिलों हो
इस ज़िंदगी के सफर में,
इन यादों को हम कभी मिटायेंगे नहीं,
अगर याद करना फितरत है तेरी,
तो ये वादा हैं मेरा,
हम भी आपको भुलायेंगे नहीं…
Mainu shak hunda hai hathaa diyaan lakeera te
sab vakho vakhraa dasde ne padh ehna nu
ja ehna vich sachaai na ja oh jhoothe
me aakha doshi dona vicho kihna nu
ਮੈਂਨੂੰ ਸ਼ੱਕ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਹੱਥਾਂ ਦੀਆਂ ਲਕੀਰਾਂ ਤੇ,
ਸਭ ਵੱਖੋ – ਵੱਖਰਾ ਦੱਸਦੇ ਨੇ ਪੜ੍ਹ ਇਹਨਾਂ ਨੂੰ,
ਜਾਂ ਇਹਨਾਂ ਵਿੱਚ ਸੱਚਾਈ ਨਾ ਜਾਂ ਉਹ ਝੂਠੇ,
ਮੈਂ ਆਖਾਂ ਦੋਸ਼ੀ ਦੋਨਾਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹਨਾਂ ਨੂੰ