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Jeene ka tareeka || hindi shayari on zindagi

Rab se bair rakhna
Te jeene ka kaisa tareeka hai
Chehre pe jhuthi muskaan
Ye zehan zehar bhi to peeta hai.
Jeb bhari hai noto se
Payal bhi khanakte sikko ka feeta hai
Bhool gaye na.. Vajud apna
Kya jeene ka ye akhiri tareeka hai???

रब से बैर रखना,
ये जीने का कैसा तरीका है…
चेहरे पे झूठी मुस्कान,
ये ज़हन ज़हर भी तो पीता है…
जेब भरी हैं नोटों से,
पायल भी खनकते सिक्कों का फीता है…
भूल गए ना, वजूद अपना,
क्या जीने का ये आखिरी तरीका है.???

Title: Jeene ka tareeka || hindi shayari on zindagi

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Badal janda e 💯 || Punjabi life shayari || ghaint status

Insan badal janda e waqt de naal
Jazbaat badal jande ne waqt de naal
Chahat badal jandi e waqt de naal
Waqt badal janda e waqt de naal..!!

ਇਨਸਾਨ ਬਦਲ ਜਾਂਦਾ ਏ ਵਕਤ ਦੇ ਨਾਲ
ਜਜ਼ਬਾਤ ਬਦਲ ਜਾਂਦੇ ਨੇ ਵਕਤ ਦੇ ਨਾਲ
ਚਾਹਤ ਬਦਲ ਜਾਂਦੀ ਏ ਵਕਤ ਦੇ ਨਾਲ
ਵਕਤ ਬਦਲ ਜਾਂਦਾ ਏ ਵਕਤ ਦੇ ਨਾਲ..!!

Title: Badal janda e 💯 || Punjabi life shayari || ghaint status


Tu jaandi ni menu ||hindi punjabi shayari

तू जांदी नी मेनू…

हाय…

याद तेरे हाथ दी हर इक लकीर

तेरे हाथ ते लिखी हर तकदीर

तेरे नाल घूमे राह

मीनू याद तेरा हर साह

तेरे बुल…तेरी बोली

तेरियां अखां.. तेरी तकनी..

तेरे दंद..तेरा हस्सा

तू..तेरी खुशबू

तेरा चेहरा…ते चन्न

मैनू याद आ सब

याद है वो भी… जो बताया नही तूने

याद है वो भी….जो जताया नहीं तूने..

मेरे आस पास होना और हमेशा रहने की चाह…

मुझे याद है तेरे दिल से निकली हर राह..

तेरी राहों पर चलने वाली मै अकेली बनना चाहती थी..

तुझे ढूंढते ढूंढते.. मै खुद तुझमे खोना चाहती थी..

पा कर भी सुकून नहीं था… सुकून मिल कर भी सुकून नहीं था.. तुझे पाना सुकून नहीं था… मै तो तू बनना चाहती थी….

जेह मेनू मिलदा नी तू..

एम फेर वी तेनु जांदी हुंदी..

तेरे हत्था नू फड के लकीरा दा राज पूछदी हुंदी….

तेरे गले लग के तेरे हाल पूछदी हुंदी..

तेरे नाल घुम घुम के….फुलां दे ना पूछदी हुंदी..

जेह मेनू मिल्दा नी तू.. एम फेर वी तेनु जांदी हुंदी..

जन के सब कुछ…मै अंजन बंदी हुंदी…

बार बार इको ही सवाल पूछदी हुंदी…

तेनु ना कर के ओही काम करदी हुंदी…

तेनु जो रंग पसनद.. मै ओह रंग च फबड़ी हुंदी…

तेनु पसंद जो धंग.. उस धंग.. सजना साजन मै सजदी हुंदीतू जांदी नी मेनू…

हाये…

हां.. मै जांदी आ…. तू पुछ के तां वेख…. तेरे स्वाला दा जवाब म जांदी आ .. तेरे फुलां दा ना मै जांदी आ… सब जांदी आ मै…. पर पुछना पसंद आ मेनू… जो जांदी आ… ओह वी पुछना पसंद आ… सवाल ख़त्म हो गए तां…. जो पता ओह वी पुछना आ मैनू…. सब कुछ तैथो पुछना आ‌ मैनू… तेरे अलवा किसी तीजे दा ना वी पसंद मेनू

मै जंदी अउ तेनु..

हां…… मै जांदी आ

ते बस तेनु..

हां…… म जांदी आ

Title: Tu jaandi ni menu ||hindi punjabi shayari