Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status
karma te zor ni || Life Punjabi shayari
Karma te koi zor nhi
Rab diya likhta koi mod nhi skda
Jina mrji kamala bndya
Tu nll jan lyi kuj jod nhi skda
Title: karma te zor ni || Life Punjabi shayari
Kiski dadhi ki aag || akbar birbal kahani
बादशाह अकबर की यह आदत थी कि वह अपने दरबारियों से तरह-तरह के प्रश्न किया करते थे। एक दिन बादशाह ने दरबारियों से प्रश्न किया, “अगर सबकी दाढी में आग लग जाए, जिसमें मैं भी शामिल हूं तो पहले आप किसकी दाढी की आग बुझायेंगे?”
“हुजूर की दाढी की” सभी सभासद एक साथ बोल पड़े।
मगर बीरबल ने कहा – “हुजूर, सबसे पहले मैं अपनी दाढी की आग बुझाऊंगा, फिर किसी और की दाढी की ओर देखूंगा।”
बीरबल के उत्तर से बादशाह बहुत खुश हुए और बोले- “मुझे खुश करने के उद्देश्य से आप सब लोग झूठ बोल रहे थे। सच बात तो यह है कि हर आदमी पहले अपने बारे में सोचता है।”