अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो
बढ़ता ही जाये ये तो मुसल्सल शिफ़ा न हो
बाग़ों में देखूं टूटे हुए बर्ग ओ बार ही
मेरी नजर बहार की फिर आशना न हो
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अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो
बढ़ता ही जाये ये तो मुसल्सल शिफ़ा न हो
बाग़ों में देखूं टूटे हुए बर्ग ओ बार ही
मेरी नजर बहार की फिर आशना न हो
Na khwahish koi bachi Na jion di tamanna,
Duniya fer vi avein rahegi… jiwe shad ke chlla 💯
ਨਾ ਖੁਆਹਿਸ਼ ਕੋਈ ਬਚੀ ਨਾ ਜਿਉਣ ਦੀ ਤਮੰਨਾ,
ਦੁਨੀਆ ਫਿਰ ਵੀ ਐਵੇਂ ਰਹੇਗੀ… ਜਿਵੇਂ ਛੱਡ ਕੇ ਚੱਲਾ 💯