Maan liya tha jise khuda se upar,
Na milne par uske shikayat ab khuda se kyu!
मान लिया था जिसे खुदा से भी ऊपर,
न मिलने पर उसके शिकायत अब खुदा से क्यों !
Maan liya tha jise khuda se upar,
Na milne par uske shikayat ab khuda se kyu!
मान लिया था जिसे खुदा से भी ऊपर,
न मिलने पर उसके शिकायत अब खुदा से क्यों !
Asi taa jionde haan tuhanu dekh dekh ke
Ehna naina nu udeek rehndi tuhadi e..!!
Eh taa saah vi challan tuhada naam le le
Tuhade bina kahdi zindagi asadi e..!!
ਅਸੀਂ ਤਾਂ ਜਿਓੰਦੇ ਹਾਂ ਤੁਹਾਨੂੰ ਦੇਖ ਦੇਖ ਕੇ
ਇਹਨਾਂ ਨੈਣਾਂ ਨੂੰ ਉਡੀਕ ਰਹਿੰਦੀ ਤੁਹਾਡੀ ਏ..!!
ਇਹ ਤਾਂ ਸਾਹ ਵੀ ਚੱਲਣ ਤੁਹਾਡਾ ਨਾਮ ਲੈ ਲੈ
ਤੁਹਾਡੇ ਬਿਨਾਂ ਕਾਹਦੀ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਅਸਾਡੀ ਏ..!!
ये एक बात समझने में रात हो गई है
मैं उस से जीत गया हूँ कि मात हो गई है
मैं अब के साल परिंदों का दिन मनाऊँगा
मिरी क़रीब के जंगल से बात हो गई है
बिछड़ के तुझ से न ख़ुश रह सकूँगा सोचा था
तिरी जुदाई ही वज्ह-ए-नशात हो गई है
बदन में एक तरफ़ दिन तुलूअ’ मैं ने किया
बदन के दूसरे हिस्से में रात हो गई है
मैं जंगलों की तरफ़ चल पड़ा हूँ छोड़ के घर
ये क्या कि घर की उदासी भी साथ हो गई है
रहेगा याद मदीने से वापसी का सफ़र
मैं नज़्म लिखने लगा था कि ना’त हो गई है