किताब, फ़िल्म, सफ़र इश्क़, शायरी, औरत
कहाँ कहाँ न गया ख़ुद को ढूँढता हुआ
कहाँ कहाँ न गया ख़ुद को ढूँढता हुआ
अफ़्लाक से आता है नालों का जवाब आख़िर
करते हैं ख़िताब आख़िर उठते हैं हिजाब आख़िर
करते हैं ख़िताब आख़िर उठते हैं हिजाब आख़िर
Well done is better than well said
Sanu nasha teri akh da te lod tere pyar di
Pyas teri rooh di te bhukh tere deedar di..!!
ਸਾਨੂੰ ਨਸ਼ਾ ਤੇਰੀ ਅੱਖ ਦਾ ਤੇ ਲੋੜ ਤੇਰੇ ਪਿਆਰ ਦੀ
ਪਿਆਸ ਤੇਰੀ ਰੂਹ ਦੀ ਤੇ ਭੁੱਖ ਤੇਰੇ ਦੀਦਾਰ ਦੀ..!!
यार में बुराइयां नहीं देखते
प्यार में लड़ाईया नहीं देखते
आंखे चेहरा और बाल बस
हम ओरे की तरह तुम्हे नहीं देखते