लफ्ज़ दर लफ्ज़ बढ़ती गई
चाहत कुछ लिखने की,
ज़हन के खाली पन्नों में कोई मुद्दतों से नहीं उतरा...
Enjoy Every Movement of life!
लफ्ज़ दर लफ्ज़ बढ़ती गई
चाहत कुछ लिखने की,
ज़हन के खाली पन्नों में कोई मुद्दतों से नहीं उतरा...
rosa is gal da nai k ajh me ikalla reh gya
ikalla tan me kal v c
par tad mere kol mera dil c
ਰੋਸਾ ਇਸ ਗੱਲ ਦਾ ਨਈਂ ਕਿ ਮੈਂ ਅੱਜ ਇਕੱਲਾ ਰਹਿ ਗਿਆ
ਇਕੱਲਾ ਤਾਂ ਮੈਂ ਕੱਲ ਵੀ ਸੀ, ਪਰ ਤਦ ਮੇਰੇ ਕੋਲ ਮੇਰਾ ਦਿਲ ਸੀ
दिल की आवाज ना सुनी उसने मेरी,
खोया किसी और में था,
धोका दिया उसने हमें,
वो प्यार किसी ओर का था।