लफ्ज़ दर लफ्ज़ बढ़ती गई
चाहत कुछ लिखने की,
ज़हन के खाली पन्नों में कोई मुद्दतों से नहीं उतरा...
Well done is better than well said
लफ्ज़ दर लफ्ज़ बढ़ती गई
चाहत कुछ लिखने की,
ज़हन के खाली पन्नों में कोई मुद्दतों से नहीं उतरा...
आँखों से आँसू बहते हैं,
दिल में गम छा जाता है,
जब याद तुम्हारी आती है,
तब दुनिया से सब कुछ मिट जाता है।