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Shayari | Latest Shayari on Hindi, Punjabi and English

KASAM hai tujhe || hindi shayari images

  1. KASAM hai tujhe || hindi shayari images


Bebfa dost || 2 lines status

इक बात दिल मे आती है देखू उसे जितनी दफा।

हमने तो मोहब्बत के किस्से सुने थे अब तो दोस्त भी होते है बेबफा ।।

ik baat dil me aati hai dekhu use jitni dafaa
hamne to mohobat ke kisse sune the ab to dost bhi hote hai bewafa

Rabb❤️ ||Har kise lai ardaas || waheguru

Har kise lai ardaas || waheguru


Ummed h bewajah || hindi shayari

Percentage pe jor dekr tum, ghyan ki umeed rkhte ho,

Krwake dange khud hi,

Shanti ki umeed rkhte ho,

Reservation ne bigad diye jo youth yaha,

Free me sab kuch dekr ,

Tum mehnat ki umeed rkhte ho ,

Paisa doge tab bnega afsar aapka beta,

Bolkr ye tum unse imandaari ki umeed rkhte ho,

Sab kuch chayein jinhe comfort zone me hi,

Kyun tum phir unse kranti ki umeed rkhte ho.

Bande nu parkhna || life shayari

Kehnda ! je bande nu parkhna hi hai
taa shaklo nahi, andro parkho
kyuki baahro vekhan ch kai ful ohne hi sohne
te andro ohne hi jehreele hunde ne

ਕਹਿੰਦਾ..! ਜੇ ਬੰਦੇ ਨੂੰ ਪਰਖਨਾ ਹੀ ਹੈ,

ਤਾਂ ਸ਼ਕਲੋ ਨਹੀਂ , ਅੰਦਰੋ ਪਰਖੋ

ਕਿਉਂਕਿ ਬਾਹਰੋ ਵੇਖਣ ‘ਚ ਕੲਈ ਫੁੱਲ ਉਹਨੇ ਹੀ ਸੋਹਣੇ ,

ਤੇ ਅੰਦਰੋਂ ਉਹਨੇ ਹੀ ਜ਼ਹਰੀਲੇ ਹੁੰਦੇ ਨੇ 💔🥀

Jaise ko taisa || panchtantar ki kahani

एक स्थान पर जीर्णधन नाम का बनिये का लड़का रहता था । धन की खोज में उसने परदेश जाने का विचार किया । उसके घर में विशेष सम्पत्ति तो थी नहीं, केवल एक मन भर भारी लोहे की तराजू थी । उसे एक महाजन के पास धरोहर रखकर वह विदेश चला गया । विदेश स वापिस आने के बाद उसने महाजन से अपनी धरोहर वापिस मांगी । महाजन ने कहा—-“वह लोहे की तराजू तो चूहों ने खा ली ।”
बनिये का लड़का समझ गया कि वह उस तराजू को देना नहीं चाहता । किन्तु अब उपाय कोई नहीं था । कुछ देर सोचकर उसने कहा—“कोई चिन्ता नहीं । चुहों ने खा डाली तो चूहों का दोष है, तुम्हारा नहीं । तुम इसकी चिन्ता न करो ।”
थोड़ी देर बाद उसने महाजन से कहा—-“मित्र ! मैं नदी पर स्नान के लिए जा रहा हूँ । तुम अपने पुत्र धनदेव को मेरे साथ भेज दो, वह भी नहा आयेगा ।”
महाजन बनिये की सज्जनता से बहुत प्रभावित था, इसलिए उसने तत्काल अपने पुत्र को उनके साथ नदी-स्नान के लिए भेज दिया ।
बनिये ने महाजन के पुत्र को वहाँ से कुछ दूर ले जाकर एक गुफा में बन्द कर दिया । गुफा के द्वार पर बड़ी सी शिला रख दी, जिससे वह बचकर भाग न पाये । उसे वहाँ बंद करके जब वह महाजन के घर आया तो महाजन ने पूछा—“मेरा लड़का भी तो तेरे साथ स्नान के लिए गया था, वह कहाँ है ?”
बनिये ने कहा —-“उसे चील उठा कर ले गई है ।”
महाजन —“यह कैसे हो सकता है ? कभी चील भी इतने बड़े बच्चे को उठा कर ले जा सकती है ?”
बनिया—“भले आदमी ! यदि चील बच्चे को उठाकर नहीं ले जा सकती तो चूहे भी मन भर भारी तराजू को नहीं खा सकते । तुझे बच्चा चाहिए तो तराजू निकाल कर दे दे ।”
इसी तरह विवाद करते हुए दोनों राजमहल में पहुँचे । वहाँ न्यायाधिकारी के सामने महाजन ने अपनी दुःख-कथा सुनाते हुए कहा कि, “इस बनिये ने मेरा लड़का चुरा लिया है ।”
धर्माधिकारी ने बनिये से कहा —“इसका लड़का इसे दे दो ।
बनिया बोल—-“महाराज ! उसे तो चील उठा ले गई है ।”
धर्माधिकारी —-“क्या कभी चील भी बच्चे को उठा ले जा सकती है ?”
बनिया —-“प्रभु ! यदि मन भर भारी तराजू को चूहे खा सकते हैं तो चील भी बच्चे को उठाकर ले जा सकती है ।”
धर्माधिकारी के प्रश्‍न पर बनिये ने अपनी तराजू का सब वृत्तान्त कह सुनाया ।

सीख : जैसे को तैसा

Tum se hi me hu || Love Shayari in Hindi

मेरे आँखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम,
तुम से ही तो मैं हूँ, मेरी पहचान हो तुम,
मैं ज़मीन हूँ अगर तो मेरे आसमान हो तुम,
सच मानो मेरे लिए तो सारा जहान हो तुम।

Mere paas kohinorr hai || Love Shayari in Hindi

उस चांद को बहुत गुरूर है,
कि उसके पास नूर है।
अब मैं उसे कैसे समझाऊं,
मेरे पास कोहिनूर है।