Skip to content

Shayari | Latest Shayari on Hindi, Punjabi and English

Kaash ek dua kabool || Mehboob shayari

Kash ek dua kabool ho,

Meri ibadat ke bagair.

Meri shaadi mere mehboob se hi ho,

Chahe ho gharwalo ko izazat ke bagair.

Bharosa paala hai || hindi poetry

मैंने मेरे मन में

एक भरोसा पाला

उसे कभी क़ैद नहीं किया

वह जब-जब उड़ा फिर लौट आया

चिड़िया जैसे नन्हे पंख उगे

धरती के गुरुत्व के विरुद्ध पहली उड़ान

पहला लक्षण था आज़ादी की चाहना का

भरोसे के भीतर एक और भरोसा जन्मा

और ये सिलसिला चलता रहा

अब इनकी संख्या इतनी है

कि निराश होने के लिए

मुझे अपने हर भरोसे के पंख मरोड़कर

उन्हें अपाहिज बनाना होगा!

करना होगा क़ैद

जो मैं कर नहीं पाऊँगी

हैरानी! मैं ऐसा सोच भी पाई

अपनी इस सोच पर बीती रात घंटों सोचा

ख़ुद पर लानतें फेंकीं

कोसा ख़ुद को

मन ग्लानि से भर उठा

आँखों के कोने भीगते गए

और फिर इकठ्ठा किया अपना सारा प्यार

उनके पंखों को सहलाया

हर एक भरोसे को पुचकारा

उनके सतरंगे पंखों को

आज़ादी के एहसास से भरते देखा

सुबह तक वे एक लंबी उड़ान पर निकल चुके थे

उनकी अनुपस्थिति में

मैं निराश!

पर जान पा रही थी कि शाम तक वे लौट आएँगे

यह वह भरोसा है

जिसके पंख अभी उगने बाक़ी हैं

जो अभी ही है जन्मा!

धरती सारी

दरवाज़ा किसी के जीवन में

ख़ुद को समझ लें

उस ग़ुरूर से बचाना ईश्वर

कि बंद करने को

कुछ रहे पास

दीवार ही सही

कमर टिकाई हो जिस पर

कभी किसी कमज़ोर पल

उस पर थूक सकने की

जहालत से भी बचाना

पर वह साहस ज़रूर देना

जो मुँह से बाहर निकलते दिल को पकड़ सके

सँभाल सके और कह सके

कि जो पाया उसे लौटाने से ज़्यादा ज़रूरी है

उस भूमिका को सँभालना जो हम निभाते हैं

अपने या किसी और के जीवन में

माफ़ कर सकें उनसे ज़्यादा खुद को

याद रख सकें बस इतना

कि विश्व के सबसे अलोकप्रिय लोगों ने बख़्शी जान हमें

उन्हें सबने नज़रंदाज़ किया

उनके पैरों में सारे आँसू वार दें

उनकी हथेली में बिखेर सकें सारी हँसी

जब कह देना ही सब कुछ हो

चुप रह सकें उस वक़्त

कड़वी बात को यूँ ज़ब्त कर लें

नाख़ूनों में भर लें

खुरचकर धरती सारी।

pyar wali gal saari || Punjabi Shayri

Piar wali gal sari

dilan wali saanj di

ik dusre de laie

maan samaan di

kade ruse kade guse

kade mun jaan di

Piar wali gal sari

dilan wali saanj di

Daastaan ye dhoka

KISI KI MUSKAAN PE MARNA AB CHOD REHE HAI 

APNE RASTE KO SAHI MANJIL KI TARAF MOD RAHE HAI

BHUT DEKH LIYA INTZAAR KARKE

 KISI KI YAADO MEIN KHUD KO BARBAAD KARNA AB CHHOD RAHE HAI

  1. JEENE KA TARIKA BADLNA HAI BINA KISI SAHARE KE CHALNA HAI………….

zameer mar jawe || true lines on life

Taraki de is raah te chalke
kite virsa hi na bhul jaawe
marne da fir sawaad na aun
he jindeyaa jameer mar jawe

ਤਰੱਕੀ ਦੇ ਇਸ ਰਾਹ ਤੇ ਚਲਕੇ,

ਕਿਤੇ ਵਿਰਸਾ ਹੀ ਨਾ ਭੁੱਲ ਜਾਵੇ
ਮਰਨੇ ਦਾ ਫਿਰ ਸਵਾਦ ਨਾ ਆਉਣ

ਜੇ ਜਿੰਦਿਆਂ ਜ਼ਮੀਰ ਮਰ ਜਾਵੇ

Kahda nawa saal || new year sad

Kahda nawa saal || new year sad


‌‌Kai dino se apne || dard shayari hindi

कई दिनो से अपने तकिए के भिगोये नही हूं,

एक मुद्त गुझर गई जी भर के रोया नही हूं

पता नही अब वोक नींद कब मिलेगी

कई रातो से मीठे ख्वाबो मे  खोया नही हुं