Mareeze-ishq hain itna sataya na karo,
Hamare ishq ka mazak yun udaya na karo,
Iss ishq main to jaan bhi haazir hai hamari,
Magar mazaak main ise gawaya na karo.
Mareeze-ishq hain itna sataya na karo,
Hamare ishq ka mazak yun udaya na karo,
Iss ishq main to jaan bhi haazir hai hamari,
Magar mazaak main ise gawaya na karo.
वो खुद भूखा रहकर तुम्हारा पेट सींच रहा है,
देखो आज,
चेहरे पर मुस्कान लिए भीगी पलकें मीच रहा है,
दो वक्त की रोटी, रोटी देने वालों को नसीब नहीं,
वो कौनसा तुम्हारी भारी जेबों से नोट खीच रहा है....
थोड़ी खुशियां उनकी झोली में भी नसीब हो,
आज दूर है कल वापस मिट्टी के करीब हो,
इक सैलाब ने खूब कोहराम मचाया,
ऐसा ना हो के दूसरा भी करीब हो...
Nasha teri akhiya da mere utte sajjna
Khaure kehra jaadu jeha payi janda e..!!
Loka nu tanhayian ch yaad aundi e
Menu mehfila ch v tera cheta ayi janda e..!!
ਨਸ਼ਾ ਤੇਰੀ ਅੱਖੀਆਂ ਦਾ ਮੇਰੇ ਉੱਤੇ ਸੱਜਣਾ
ਖੌਰੇ ਕਿਹੜਾ ਜਾਦੂ ਜਿਹਾ ਪਾਈ ਜਾਂਦਾ ਏ..!!
ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਤਨਹਾਈਆਂ ‘ਚ ਯਾਦ ਆਉਂਦੀ ਏ
ਮੈਨੂੰ ਮਹਿਫ਼ਿਲਾਂ ‘ਚ ਵੀ ਤੇਰਾ ਚੇਤਾ ਆਈ ਜਾਂਦਾ ਏ..!!