Yeh raat bahut…,
gehri neend mai dale..
Ki na aaye uski yaad…
Hume khudkushi se bacha le…
यह रात बहुत…
गहरी नींद में ढले..
कि न आए उसकी याद…
हमें खुदकुशी से बचा ले…
Yeh raat bahut…,
gehri neend mai dale..
Ki na aaye uski yaad…
Hume khudkushi se bacha le…
यह रात बहुत…
गहरी नींद में ढले..
कि न आए उसकी याद…
हमें खुदकुशी से बचा ले…
डाल हिलाकर आम बुलाता तब कोयल आती है। नहीं चाहिए इसको तबला, नहीं चाहिए हारमोनियम, छिप-छिपकर पत्तों में यह तो गीत नया गाती है! चिक्-चिक् मत करना रे निक्की, भौंक न रोजी रानी, गाता एक, सुना करते हैं सब तो उसकी बानी। आम लगेंगे इसीलिए यह गाती मंगल गाना, आम मिलेंगे सबको, इसको नहीं एक भी खाना। सबके सुख के लिए बेचारी उड़-उड़कर आती है, आम बुलाता है, तब कोयल काम छोड़ आती है।
Mohobbat e sab mohobbat e rab
Mohobbat rahe bas naal mere..!!
Mohobbat e menu mohobbat naal
Jo mohobbat hoyi e naal tere..!!
ਮੋਹੁੱਬਤ ਏ ਸਭ ਮੋਹੁੱਬਤ ਏ ਰੱਬ
ਮੋਹੁੱਬਤ ਰਹੇ ਬਸ ਨਾਲ ਮੇਰੇ..!!
ਮੋਹੁੱਬਤ ਏ ਮੈਨੂੰ ਮੋਹੁੱਬਤ ਨਾਲ
ਜੋ ਮੋਹੁੱਬਤ ਹੋਈ ਏ ਨਾਲ ਤੇਰੇ..!!