प्यार के काबिल न थे
फिर भी दीवाना बना दिया❤
जिसे बेइंतेहा चाहा उसने
दुश्मन ज़माना बना दिया🙌
Pyar ke kaabil na the,
Phir bhi deewana bana diya, ❤️
Jise beintehan chaha usne,
Dushman zamaana bana diya.🙌
Enjoy Every Movement of life!
प्यार के काबिल न थे
फिर भी दीवाना बना दिया❤
जिसे बेइंतेहा चाहा उसने
दुश्मन ज़माना बना दिया🙌
Pyar ke kaabil na the,
Phir bhi deewana bana diya, ❤️
Jise beintehan chaha usne,
Dushman zamaana bana diya.🙌
कभी थकन के असर का पता नहीं चलता
वो साथ हो तो सफ़र का पता नहीं चलता
वही हुआ कि मैं आँखों में उसकी डूब गया
वो कह रहा था भँवर का पता नहीं चलता
उलझ के रह गया सैलाब कुर्रए-दिल से
नहीं तो दीदा-ए-तर का पता नहीं चलता
उसे भी खिड़कियाँ खोले ज़माना बीत गया
मुझे भी शामो-सहर का पता नहीं चलता
ये मंसबो का इलाक़ा है इसलिए शायद
किसी के नाम से घर का पता नहीं चलता
