वो शमा की महफ़िल ही क्या,
जिसमे दिल खाक ना हो,
मज़ा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले, पर राख ना हो…♥️
Wo shama ki mahfil hi kya,
Jisme dil khak na ho,
Maja toh tab hain chahat ka,
Jab dil toh jale par rakh na ho..♥️
वो शमा की महफ़िल ही क्या,
जिसमे दिल खाक ना हो,
मज़ा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले, पर राख ना हो…♥️
Wo shama ki mahfil hi kya,
Jisme dil khak na ho,
Maja toh tab hain chahat ka,
Jab dil toh jale par rakh na ho..♥️
हर जमाने में मुझे सिर्फ वही एक जमाना याद आया..
ये जमाना भी इस जमाने में उस जमाने के बाद आया..
बचपन के उस जमाने में, हम जो जमाना जिया करते थे..
ये जमाना उस जमाने जैसा नहीं, उस जमाने में जमाने का जो स्वाद आया..
ਚੰਗੇ ਲੋਕ ਕਿਸੇ ਨੂੰ ਰਾਸ ਨਹੀਂ ਆਉਂਦੇ
ਜਿਵੇਂ ਉਹ ਮੈਨੂੰ ਤੇ ਮੈਂ ਉਹਨੂੰ🤷🏼♀️..!!
Change Lok kise nu raas nhi aunde
Jiwe oh menu te mein ohnu🤷🏼♀️..!!