वो शमा की महफ़िल ही क्या,
जिसमे दिल खाक ना हो,
मज़ा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले, पर राख ना हो
वो शमा की महफ़िल ही क्या,
जिसमे दिल खाक ना हो,
मज़ा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले, पर राख ना हो
दोस्ती
प्यार का मीठा दरिया है
पुकारता है हमें
आओ, मुझमें नहाओ
डूबकी लगाओ
प्यार का सौंधा पानी
हाथों में भर कर ले जाओ
आओ
जी भर कर गोता लगाओ
मौज-मस्ती की शंख-सीपियाँ
जेबों में भर कर ले जाओ
दोस्ती का दरिया
गहरा है, फैला है
इसमें नहीं तैरती
धोखे की छोटी नौका
कोशिश की तो
बचने का नहीं मिलेगा मौका
Siyane kehnde ne
Zindagi de raah aukhe ne
Bachpan vali langh gyi zindagi
Bhai roope waleya hun ta time naal samjhaute ne 🍂🙌
ਸਿਆਣੇ ਕਹਿੰਦੇ ਨੇ
ਜਿੰਦਗੀ ਦੇ ਰਾਹ ਔਖੇ ਨੇ
ਬਚਪਨ ਵਾਲੀ ਲੰਘ ਗਈ ਜਿੰਦਗੀ
ਭਾਈ ਰੂਪੇ ਵਾਲਿਆ ਹੁਣ ਤਾਂ ਟਾਇਮ ਨਾਲ ਸਮਝੌਤੇ ਨੇ 🍂🙌