Skip to content

Roop tha uska bahut || hindi poem

रूप था उसका बहुत विशाल, राक्षस था वो बहुत भारी..
नाम था दशानन उसका, बुद्धि न जिसकी किसी से हारी..
हर कोई डरता था उससे, हो देव, दैत्य, चाहे नर-नारी..
प्रकोप था जिसका लोकों में, धरती कांपती थी सारी..
देखके ताकत को उसकी, भागे खड़े पैर बड़े बाल-धारी..
विशाल साम्राज्य पर उसके, भारी पड़ गई बस एक नारी..
घमंड को उसके चूर कर दिया, कहा समझ ना तू निर्बल नारी..
विधवंश का तेरे समय आ गया, ले आ गयी देख तेरी बारी..
लंका में बचेगा ना जीव कोई, मति जो गई तेरी मारी..
आराध्य से मेरे दूर कर दिया, भुगतेगी तेरी पीढी सारी..
रघुनंदन आए कर सागर पार, आए संग वानर गदा धारी..
एक-एक कर सबको मोक्ष दिया, सियाराम चरण लागी दुनिया सारी..

Title: Roop tha uska bahut || hindi poem

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Hindi shayari collection || Hindi thoughts

 
कुछ कुछ लोग हैं, जो किसी का सुख देख नहीं पाते।
वे बीमार हैं अंदर से और बोलते हैं जानवर की बातें।
कुछ कुछ इंसान हैं, जो किसी का भला नहीं चाहता।
वे बुरा हैं अंदर से, इसलिए दूसरे का धिक्कार मिलता।
ज़िंदगी में रुकना मना है।
अगर नहीं रुके तो सोचेंगे कैसे।
अगर मैं रुक गया तो मेरा ज़िंदगी भी रुक जायेगा।
मुझे चलना है, अंदर से, बाहर से भी, तभी तो समय फैले गा।
जब हाथ में कोई काम नहीं होता, दिमाग भी काम करना छोड़ देता।
जब हाथ में काम आ जाता है, दिमाग पकड़ लेता समय का दोस्ताना।
काम करने वाले को अगर काम नहीं होता, तो वह पागल बन जाता।
अगर कोई काम चोर को ज्यादा काम मिला, तो वह गुनहगार बनता।
समय को जो संभाल सकते है, वह ज़िंदगी में आगे बढ़ते।
समय दिल की धड़कन की तरह हमेशा जुड़े रहते है जीवन के साथ और उसे कभी छोड़ नहीं पाते।
वह बिलकुल खत्म हो जाता, समय का बंधन से जो निकल नहीं पाता।
समय खुद चलता है, लेकिन दूसरे को कभी चलने नहीं देता।
बचपन से अगर ग़लतियाँ सुधर नहीं जाते, तो वह एक अभ्यास बनता।
बेटा बेटी को पाता हैं कि वह सही, लेकिन माँ बाप दोषी बनता।
जो ज्यादा बात करता है, बुरा बात करता है, उसके साथ मुँह मत लगाना।
वह बीमार है, अगर मुँह लगाया, तो खुद के पास खुद को खोना।
उच्चारण मेरा दिल की धड़कन है।
मैं देशी हूँ या विदेशी, यह बात नहीं, सिर्फ मेरा भावना को वह साबित करता है।
मेरा और आपका उच्चारण अलग है, क्योंकि हमारा देश अलग।
लेकिन हमारा धरती एक है, लाल खून हम सबके अंग।
उच्चारण से इंसान पता चलता है, लेकिन इंसानियत कभी नहीं।
आधुनिक शिक्षित व्यक्ति जो दूसरे का उच्चारण का मज़ा लेते है, वह मूर्ख सही।
उच्चारण और व्याकरण से डरने की कोई बात नहीं।
दिल की बात खुल के कहो, तुम अपने आप में हमेशा सही।
ज्ञान कभी अज्ञानी को नहीं दिए जाते, ज्ञान सिर्फ बुद्धिमान के लिए है।
बेवकूफ़ के साथ मुँह मत लगाना, अपना सम्मान अपना हाथों में।
जो ज्यादा बात नहीं करता है, वह शिक्षित है।
जो बातों बातों में बहस करता है, वह दुनिया के सबसे बड़ा गधा है।

Title: Hindi shayari collection || Hindi thoughts


Dil E Rogi || Sad Shayar…

Sad Punjabi SHayar || dil e rogi
te kyaal ne gulaam
jo me likhda
gagan di apni naa awaaz.
ਦਿਲ ਏ ਰੋਗੀ
dil e rogi
te kyaal ne gulaam
jo me likhda
gagan di apni naa awaaz.
ਦਿਲ ਏ ਰੋਗੀ

Title: Dil E Rogi || Sad Shayar…