Jinhe pahuchana tha paigam aman ka is jaha me
Wo hindu aur muslim ke maslo me uljhe hue hai
जिन्हें पहुंचाना था पैगाम अमन का इस जहान में
वो हिन्दू और मुस्लिन के मसलों में उलझे हुए हैं
Jinhe pahuchana tha paigam aman ka is jaha me
Wo hindu aur muslim ke maslo me uljhe hue hai
जिन्हें पहुंचाना था पैगाम अमन का इस जहान में
वो हिन्दू और मुस्लिन के मसलों में उलझे हुए हैं
Gustakh dil diya na-marziyan ton aazad hona e
Teriyan yaadan ch barbaad ho abaad hona e..!!
ਗੁਸਤਾਖ ਦਿਲ ਦੀਆਂ ਨਾ-ਮਰਜ਼ੀਆਂ ਤੋਂ ਆਜ਼ਾਦ ਹੋਣਾ ਏ
ਤੇਰੀਆਂ ਯਾਦਾਂ ‘ਚ ਬਰਬਾਦ ਹੋ ਕੇ ਆਬਾਦ ਹੋਣਾ ਏ..!!
तेरी आंखों में ये आज शरारत नई है
बदन में मेरे उठी ये हरारत नई है
क्या ये सब मेरे इश्क़ का असर है
या तेरे दिल में ये पल रही चाहत नई है
ये तेरे मस्कारे ये तेरा जुल्फे संवारना
लगता आज किसी पे क़यामत नई है
तेरे बेवफा इशारे खूब समझता हूं
लगता आज मेरे दिल पे शामत नई है